राजस्थान संस्कृत अकादमी द्वारा सम्पूर्ण प्रदेश में प्रशिक्षण संचालित किये जाने की योजना है| वर्तमान में प्रदेश का एकमात्र प्रशिक्षण केन्द्र ऋग्वेदी ब्राह्मण गायत्री मंदिर , गोगागेट के बाहर संचालित हो रहा है|
प्रशिक्षणार्थियों की योग्यता :-
बारहवीं कक्षा उतीर्ण पन्द्रह से पैंतालीस (15-45) आयुवर्ग के अभ्यार्थी तथा वेद – विद्यालयों में अध्ययन करने वाले वैदिक बटुक भाग ले सकते हैं |
प्रशिक्षणार्थी की संख्या :- बीकानेर केन्द्र में आवासीय हेतु 20 तथा गैर आवासीय बेच में अधिकतम संख्या 27 स्वीकृत है |प्रवेश पहले आओ पहले पाओ के आधार पर दिया जाता है|
प्रशिक्षण की अवधि :-
प्रशिक्षण की अवधि 599 घंटे तथा 11 दिवस में पूर्ण होती है| अष्टमी तथा प्रतिपदा को अवकाश रहता है|
प्रशिक्षण की विशेषतायें :-
आवासीय बैच में दुरुस्त क्षेत्रों से आने वाले प्रशिक्षणार्थियों के लिए दोनों समय का भोजन चाय नाश्ता व आवास व्यवस्था निशुल्क उपलब्ध है|
आवासीय बैच की प्रतिदिन 8 घंटे और गैर आवासीय बैच की प्रतिदिन 6 घंटे प्रायोगिक व सैधांतिक कक्षाए कर्मकांड ज्योतिष की अलग अलग लगती है|
प्रशिक्षण में कम्प्यूटर का ज्ञान व संस्कृत सम्भाषण भी करवाया जाता है केन्द्र में दस कम्प्यूटर का IT Lab (लैब) स्थापित है|
प्रशिक्षण के दौरान प्रायोगिक कार्यो में उपयोग होने वाली सामग्री व पाठ्यक्रम सामग्री निशुल्क उपलब्ध करायी जाती है|
प्रशिक्षण के उपरान्त सफल अभ्यर्थियों को प्रणाम- पत्र ग्रेड के साथ प्रदान किया जाता है जो विभिन्न सरकारी विभागों व निज़ी क्षेत्रों में मान्य है|
प्रशिक्षण के उपरान्त प्रत्येक प्रशिक्षणार्थी को टूल किट प्रदान किया जाता है जिसमें ( बैग,पंचांग, पुस्तक, काष्ठ – पात्र ,पञ्च – पात्र, आसन व घंटी ) होते हैं जिसका उपयोग अपने कार्य क्षेत्र में कर सकता है|
सफल प्रशिक्षणार्थियों को निज़ी क्षेत्र कॉल सैन्टर (Call Center) में ज्योतिषिय परामर्श के रूप में रोज़गार उपलब्ध कराया जाता है|
प्रणाम- पत्र द्वारा सफल अभ्यार्थी स्वरोजगार हेतु ज्योतिष कार्यालय पूजन सामग्री हेतु दुकान व निर्माण हेतु (N.U.L.M.) विभाग द्वारा 2 लाख तक का लोन भी प्राप्त कर सकता है|
Select the fields to be shown. Others will be hidden. Drag and drop to rearrange the order.