राजस्थान संस्कृत अकादमी एवं राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास – निगम द्वारा प्रथम बार राज्य के बेरोजगार युवक व युवतियो के लिए कर्मकांड, ज्योतिष,मंदिर में सेवा, पूजन व अर्चन पूजन सामग्री निर्माण को कौशल विकास योजना के अंतर्गत ( R.S.T.P.) योजना में सम्मिलित किया गया है| जिसका पहला कौशल प्रशिक्षण केन्द्र छोटी काशी बीकानेर में गोगा गेट बाहर स्थित ऋग्वेदी ब्राह्मणसभा गायत्री मंदिर में 27 दिसम्बर 2017 से निरंतर चल रहा है|
अब तक 120 अभ्यर्थियों को प्रशिक्षित कर रोज़गार के लिए सक्षम बना दिया गया है|
प्रशिक्षण में नित्य-कर्म संध्या, सोलह संस्कार , यज्ञ- कुंड,मंडप-ज्ञान , पंचांग ज्ञान ,मुहुर्त प्रकरण , वैष्णव,शैव,शाक्त,मंदिरों की सेवा पूजा पद्धति, देव पोशाक निर्माण , ध्वजा निर्माण, पंचगव्य,पंचामृत,धूप बत्ती , हवन-सामग्री व पूजन सामग्री निर्माण का सैद्धांतिक व व्यावहारिक प्रशिक्षण कुशल व अनुभवी शिक्षकों द्वारा प्रदान किया जाता है|
कन्दरा में सभी कर्मचारी व प्रशिक्षणार्थियों की उपस्थिति बायोमेट्रिक मशीन द्वारा आगमन व प्रस्थान दोनों समय की दर्ज की जाती है| प्रशिक्षण केन्द्र पर समय – समय पर संत, महात्मा,विद्वान्,राजनेता एवं अधिकारी गण,निरीक्षण व मार्गदर्शन हेतु समय–समय पर पधारते रहते हैं जिनमें प्रमुखतः आचार्य महामंडलेश्वर,राजगुरु,स्वामी,विशोकानन्द जी भारती राजस्थान संस्कृत अकादमी की पूर्व अध्यक्ष (राज्यमंत्री) डॉ. जया दवे ,अकादमी के पूर्व निदेशक डॉ. जे.एन.विजय,देवस्थान विभाग के पूर्व चैयरमैन , S.D. शर्मा,राजस्थान संस्कृत विधालय के कुलपति डॉ. विनोद शास्त्री,महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष लाढमारी जैन, संस्कृत परामर्श दात्री समिति के सदस्य रघुवीर शर्मा , कला एवं संस्कृति मंत्री बी.डी.कल्ला, पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी,नगर निगम के महापौर, जिला कलेक्टर एवं निगम के अधिकारी समय – समय पर पधार कर केन्द्र की गतिविधयों की युक्त ह्रदय से प्रशंसा की है मुख्य प्रशिक्षक शास्त्री,पंडित यज्ञ प्रसाद शर्मा व सहायक प्रशिक्षका सु.श्री.अनसुइया शास्त्री व कम्प्यूटर व सॉफ्ट स्किल (Skill) पद पर वेद प्रकाश शर्मा कार्यरत हैं| इनके अलावा एक छात्रावास अधीक्षक व एक सहायक कर्मचारी भी है| केंद्राधीक्षक शास्त्री पं. गायत्री प्रसाद शर्मा परियोजना का संचालन कर रहे हैं|