पं. श्री वीरेश्वर शास्त्रीे द्राविड
July 20, 2020 2020-07-30 9:28पं. श्री वीरेश्वर शास्त्रीे द्राविड
द्राविड महोदय भारत के सुविख्यात विद्वान, सर्वशास्त्र पारंगत,अपने विषयों के व्याख्याता, सफल अध्यापक,श्रौतस्मार्तकर्मानुष्ठाननिरत, राजवर्ग से सम्मानित, लोकमान्य, महर्षिकल्प एक महात्मा व्यक्ति थे। आपकी पितृ-परम्परा में अनेक पीढियों तक सोमयाजी श्रोत्रिय विद्वान् हुए थे। आपने भाद्रपद शुक्ला सप्तमी (श्रीराधाष्टमी)शनिवार संवत् 1916 को अर्ध-रात्रि के पश्चात् दीक्षितों के बडम (ओतर) संकेतिक द्राविड कुल तथा मूलकांड कांचीमण्डल, दक्षिण भारत में जन्म लिया। आपकी माता का नाम लक्ष्मी तथा पिता का नाम सुब्रह्यण्य दीक्षित था। आपका वत्स गोत्र भार्गव, च्यवन, आप्नुवान, और्व और जम्दग्नि- ये पांच प्रवर थे। आप कृष्ण यजुर्वेद के तैत्तिरीय शाखाध्यायी विद्वान् थे। आपका विवाह कौण्डिन्यगोत्री बोधायनसूत्रानुयायी क्रमान्त वेदपाठी, व्याकरण तथा साहित्य के विद्वान् पं.श्री राजेश्वर शास्त्री की कन्या भवानी से वैशाख कृष्ण 2 संवत् 1929 में सम्पन्न हुआ था । आपके ससुर श्री राजेश्वर शास्त्री,नागेश शास्त्री के नाम से प्रसिद्ध थे। आपने पं. योगेश्वर शास्त्री से विभिन्न विषयों का अध्ययन किया था। श्री बालशास्त्री रानाडे से अपने व्युत्पत्तिवाद आदि व्याकरण विषय का गम्भीर अध्ययन किया था। नि:सन्तान दिवंगत होने पर आपकी अचल सम्पत्ति में से भवन एवं पुस्तकालय आज राजस्थान संस्कृत अकादमी को प्राप्त हैं ।

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Comment (1)
अनमोल त्रिवेदी
दीक्षित के बारे में जानकारी चाहिए